रहमान
#23jun
#05nov
रहमान
🎂23 जून 1921
लाहौर, पाकिस्तान
⚰️0 5 नवंबर 1984,
मुम्बई
भाई: मसूद-उर-रेहमान
नामांकन: फ़िल्मफ़ेयर पुरस्कार - सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता
रहमान हिंदी सिनेमा के अभिनेता थे। रहमान पाकिस्तानी सिनेमैटोग्राफ़र मसूद-उर-रहमान के बड़े भाई थे। लोकप्रिय नायक के रूप में रहमान कभी दिलीप कुमार, राजकपूर, देवानंद के स्तर पर तो नहीं पहुंचे, लेकिन सहनायक और चरित्र-अभिनेता की हैसियत से वे अशोक कुमार, मोतीलाल, प्राण जैसे कलाकारों के स्तर तक पहुंच गए और अपार ख्याति अर्जित की। शाही खानदान से जुड़े होने के कारण रहमान का न सिर्फ व्यक्तित्व, बल्कि उनका अभिनय और उनकी संवाद-अदायगी भी आन-बान-शान से परिपूर्ण थी। इसका इस्तेमाल उन्होंने अपनी अभिनीत सभी फ़िल्मों में बखूबी किया।
जीवन परिचय
रहमान का जन्म अफ़ग़ानिस्तान के एक पद्च्युत राजघराने में सन् 1923 को हुआ था। उनका बचपन लाहौर में बीता। बाद में उनके पिता सरदार अब्दुल रहमान जबलपुर आकर बस गए। यहां के रॉबर्टसन कॉलेज में रहमान की शिक्षा हुई। इसी दौरान स्वाधीनता-आंदोलन में भाग लेने की वजह से वे जेल भी गए। बाद में उन्होंने तीन साल तक वायु सेना में नौकरी की।
रहमान ने स्वयं को कभी स्टार नहीं माना। वे हमेशा स्कैंडल्स से बचे रहे और फ़िल्मी चकाचौंध से दूर रहे। फ़िल्म-जगत की चमक-दमक से अलग वे किताबें पढ़ने, शतरंज खेलने और बढ़िया भोजन करने में ही अपना वक्त गुजारना पसंद करते थे। इनके खानदानी व्यक्तित्व को देख कर ही लोग इन्हें फ़िल्म 'साहिब बीबी और ग़ुलाम' के बाद साहब कहने लगे थे।
निधन
सन 1979 में रहमान का गले में हुए कैंसर की वजह से निधन हो गया।
🎥
1982 दिल आखिर दिल है
1982 वकील बाबू
1982 राजपूत
1981 आहिस्ता आहिस्ता
1979 सलाम मेमसाब
1977 चाचा भतीजा
1977 अमानत
1977 आशिक हूँ बहारों का
1975 आँधी
1974 आप की कसम
1974 प्रेम शस्त्र
1974 दोस्त
1973 हीरा पन्ना
1972 दुश्मन
1970 देवी
1970 दर्पण
1970 माँ और ममता
1970 मस्ताना
1969 इंतकाम
1968 मेरे हमदम मेरे दोस्त
1968 आबरू
1968 शिकार
1966 दो दिलों की दास्तान
1966 सगाई
1966 दादी माँ
1965 वक्त
1964 गज़ल
1964 कैसे कहूँ
1963 ये रास्ते हैं प्यार के
1963 मेरे महबूब
1963 ताजमहल
1962 साहिब बीबी और ग़ुलाम
1961 धर्मपुत्र
1960 चौदहवीं का चाँद
1960 छलिया
1960 घूंघट
1958 फिर सुबह होगी
1957 प्यासा
1957 उस्ताद
1950 परदेस
1949 पारस
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